आकिब जावेद आज भी हैं सचिन तेंदुलकर की काबिलियत के मुरीद


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आकिब जावेद आज भी हैं सचिन तेंदुलकर की काबिलियत के मुरीद

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद आज भी सचिन तेंदुलकर की प्रतिभा के कायल हैं. सचिन तेंदुलकर ने 31 साल पहले 15 नवंबर को पाकिस्तान के ही खिलाफ महज 16 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था. मास्टर ब्लास्टर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 16 नवंबर 2013 को अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आखिरी मुकाबला खेला था.

ग्लोफैन्स से ख़ास बातचीत में आकिब जावेद ने सचिन के खिलाफ खेले हुए गुज़रे दौर की याद ताज़ा की. मैदान पर कांटे की टक्कर के बीच, जो प्रभाव तेंदुलकर ने छोड़ा है. जावेद उसे आज भी भुला नहीं पाए हैं. ग्लोफैन्स खेल के बड़े-बड़े सितारों को उनके प्रशासकों के करीब लाने में अहम किरदार निभा रहा है. इसी के तहत ग्लोफैन्स ने प्रशंसकों के 20 सवाल सीधे आकिब जावेद से पूछे थे.

सचिन का ज़िक्र आने पर जावेद ने दिल खोलकर अपने दौर के महानतम बल्लेबाज की शान में कसीदे पढ़े. “सचिन के पास जितना टैलेंट था, उन्होंने बिलकुल 100 प्रतिशत एक इम्पैक्ट छोड़ा. वे कई साल नंबर एक खिलाड़ी भी रहे. सचिन बहुत काबिल खिलाड़ी थे.”

गौरतलब है कि 48 साल के आकिब जावेद ने पाकिस्तान टीम को 1989 से 1998 तक अपनी सेवाएं दीं. उन्होंने 163 एकदिवसीय मैचों में 182 और 22 टेस्ट में 54 विकेट अपने नाम किए. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आकिब ने 121 मैचों में 358 विकेट चटकाए हैं.

इस खिलाड़ी को 1991 में भारत के खिलाफ एक मैच में 7 विकेट झटकने के लिए भी जाना जाता है. इस दौरान उन्होंने एक हैट्रिक भी अपने नाम की थी. शारजाह में खेले गए विल्स ट्रॉफी के इस फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को 72 रनों से पराजित किया था. इस मैच में आकिब जावेद ने घातक गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया के रवि शास्त्री, नवजोत सिंह सिद्धू, संजय मांजरेकर, कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और मनोज प्रभाकर को अपना शिकार बनाया था. उन्होंने 10 ओवर के स्पेल में 1 मेडेन डालते हुए 37 रन देकर 7 बल्लेबाजों को वापस पवेलियन की राह दिखाई थी. इस दौरान उनकी इकॉनमी 3.70 रही थी.

दाएं हाथ के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 24 गेंदों का सामना करते हुए 15 रन बनाए थे, जिसमें दो चौके शामिल थे. पाकिस्तान के कराची में खेला गया यह टेस्ट मैच ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ था. सचिन को तेज गेंदबाज वक़ार युनुस ने अपना शिकार बनाया था. वहीं, मास्टर ब्लास्टर ने अपने करियर के आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच में 74 रन की यादगार पारी खेली थी. 2013 को मुंबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए इस टेस्ट मैच में भारत ने एक पारी और 126 रनों से जीत हासिल की थी.


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ISF Desk

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